विकास कार्यों के दम पर आर के सिंह आरा में गरज रहे, तो जनता कर रही है जय जयकार। पर कितना आसान होगा उनके लिए आने वाला चुनाव क्योकिं इसबार दुसरी तरफ भाकपा माले के प्रत्यासी राजू यादव चुनावी मैदान मे है। दोनो अपनी अपनी बात भोजपुर की जनता के बीच रख रहें हैं। पर उससे पहले आईये जानते हैं आरा से सांसद, पूर्व आईएएस व केंद्रीय मंत्री राज कुमार सिंह (आर के सिंह) के बारे मे। उन्होने क्या क्या किया अपने 5 सालों के कार्यकाल में।
आरा लोकसभा सीट पर 1952 से लेकर 1971 तक कांग्रेस का कब्जा रहा। बालिराम भगत यहां से जीत दर्ज करते रहे। 1977-1980 में इस सीट पर चंद्रदेव प्रसाद वर्मा भारतीय लोक दल से और जनता पार्टी सेकुलर से जीत हासिल किए। 1984 में इस सीट पर फिर से कांग्रेस का कब्जा हो गया और बालिराम भगत निर्वाचित हुए। 1991 में राम लखन सिंह यादव, जनता दल से चुने गए। 1996 में चंद्रदेव प्रसाद वर्मा जनता दल से निर्वाचित हुए। 1998 मे इस सीट पर समता पार्टी का कब्जा हो गया और एचपी सिंह जीत दर्ज किए। 1999 में इस सीट पर राष्ट्रीय जनता दल का कब्जा हो गया और राम प्रसाद सिंह विजयी हुए। 2004 में इस सीट पर राष्ट्रीय जनता दल का कब्जा बरकरार रहा, लेकिन इस बार प्रत्याशी बदल गया और कांति सिंह ने इस सीट से दर्ज किया। 2009 में जनता यूनाइटेड से मीना सिंह ने जीत दर्ज की। 2014 में मोदी लहर पर सवार होकर पूर्व गृह सचिव आरके सिंह ने जीत दर्ज की। 2014 में इस सीट पर भाजपा का खाता खुला।
जिला अधिकारी से लेकर बिहार व केंद्र सरकार में गृह सचिव तक का पद संभाल चुके भारतीय प्रशासनिक सेवा के पूर्व अधिकारी राजकुमार सिंह अभी केंद्रीय मंत्री हैं। वह सरकारी सेवा से सेवानिवृत्त होने के बाद 2013 में भाजपा में शामिल हुए। साल 2014 में आरा संसदीय क्षेत्र से चुनाव लड़ा और जीता। मूल रूप से बिहार के सुपौल जिले के बसबिट्टी गांव के रहने वाले आरके सिंह 1975 बैच के आइएएस ऑफिसर थे। वो देश के महत्वपूर्ण पद यानी केंद्रीय गृह सचिव का दायित्व निभा चुके हैं।
आर के सिंह ग्रेजुएट होने के साथ-साथ एलएलबी भी हैं। उन्होंने दिल्ली के सेंट स्टीफेन कॉलेज से अंग्रेजी साहित्य में पढ़ाई की है फिर कानून में बैचलर डिग्री हासिल की। वो नीदरलैंड की आरवीबी ड्वेल्फ यूनिवर्सटी से भी पढ़ाई कर चुके हैं। आरके सिंह का ससुराल भोजपुर के बड़हरा ब्लॉक स्थित गजियापुर में है इस कारण उन्होंने आरा लोकसभा और भोजपुर को अपना क्षेत्र बनाया।
2014 मे आरा लोकसभा सीट से जीत दर्ज करने के बाद, 2017 में हुए मंत्रिमंडल विस्तार में उन्हें ऊर्जा एवं गैर परंपरागत ऊर्जा मंत्रालय का स्वतंत्र प्रभार सौंपा गया। 2019 के लोकसभा चुनाव में भी वह आरा से भाजपा प्रत्याशी के रूप में मैदान में हैं।
आरके सिंह 1974 में आईपीएस चुने गए थे। 1975 में आईएएस बनने के बाद उन्होंने आईपीएस की नौकरी छोड़ दी। अपनी बेबाकी और स्वच्छ छवि के लिए पहचाने जाते हैं। आरके सिंह ने साल 1990 में सोमनाथ से अयोध्या की यात्रा पर निकले लालकृष्ण आडवाणी का रथ बिहार में रोका था. तब राजकुमार सिंह बिहार के समस्तीपुर जिले के जिलाधिकारी हुआ करते थे. बिहार के तत्कालीन मुख्यमंत्री लालू प्रसाद ने 23 अक्तूबर 1990 को समस्तीपुर में आडवाणी को गिरफ्तार करने का आदेश दिया था और आरके सिंह ने रथयात्रा के दौरान लालकृष्ण आडवाणी की गिरफ्तारी में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी।
भारतीय प्रशासनिक सेवा से रिटायरमेंट के बाद राजनीति में सक्रिय हुए आरके सिंह को बीजेपी ने आरा से टिकट दिया और वो पहली बार में ही आरा से विजयश्री हासिल कर लोकसभा जा पहुंचे। 2014 के चुनाव में भाजपा प्रत्याशी आरके सिंह 391074 वोट मिले थे, राजद के भगवान सिंह कुशवाहा को 255204 वोट हासिल हुए थे। तीसरे स्थान पर सीपीआईएमएल के राजू यादव थे। राजू यादव को 98,805 वोट मिले थे। चौथे स्थान पर जेडीयू प्रत्याशी मीना सिंह थीं। मीना सिंह को 75,962 वोट मिले थे।
2014 में आरा लोकसभा क्षेत्र से जीत के बाद यहाँ लोगो ने कहा की काफी विकास हुई। जो काम पिछ्ली 70 सालों मे नही हुई वो इस 5 साल में हुई। पर हकिकत तो यह है की अभी बहुत काम बाकी है। यह बात खुद सांसद आर के सिंह इस चुनाव प्रचार मे भी बोल रहे हैं। लेकिन इस बार आरा संसदीय सीट पर सीधा व दिलचस्प मुकाबला होना तय माना जा रहा है। केंद्रीय राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) सह स्थानीय भाजपा सांसद आरके सिंह के सामने भाकपा माले के प्रत्याशी राजू यादव हैं।
कई दिनो से आरा सिटी की टीम यहाँ के लोग से राय जान रहें हैं कि 5 साल मे क्या क्या काम हुआ? कुछ लोग यहाँ के बहुत सारे काम गिना दिये। इस रेपोर्ट मे हम वह सारे काम को रख रहें हैं। वहीं कई लोगो का मानना है की शहर मे कोई काम नही हुई है। शहर मे आज भी जाम की समस्या बरकरार है। ड्रेनेज सिस्टम अभी भी अच्छे नही है। कई जगह बड़े बड़े नाले ऐसे ही खुले पड़े है जिसमे कितनी घटनायें घट चुकी है। और ना ही कोई अच्छी शिक्षा की व्यस्था है। कुछ लोगो का मानना है की हाँ बिजली मे अब काफी सुधार है पहले की मुकाबले 20 घन्टे तो रहती ही है और सड़क पर अब अंधेरा भी नही रहता क्योकिं हर पोल पर अब एलईडी लाईट जल रही है।
अब आपको वो काम गिना रहे है जो यहाँ के लोगों ने हमे बताया। आर के सिंह ने 5 साल मे आरा की जनता को बहुत सौगतें दी जिसमे कुछ तो पूरा हो चुका और कुछ पर काम चल रहा है।
नई ट्रेन:
आरा पटना लोकल ट्रेन (सुबह 7 बजे) (पूरा हो चुका)
आरा सासाराम डीएमयू ट्रेन (पूरा हो चुका)
आरा राँची एक्सप्रेस ट्रेन (पूरा हो चुका)
आरा पटना लोकल ट्रेन (सुबह 7 बजे) (पूरा हो चुका)
आरा सासाराम डीएमयू ट्रेन (पूरा हो चुका)
आरा राँची एक्सप्रेस ट्रेन (पूरा हो चुका)
आरा स्टेशन पर काम:
आरा जंक्शन पर 20 फुट चौड़ा ओवरब्रिज (पूरा हो चुका)
आरा जंक्शन पर एस्केलेटर (पूरा हो चुका)
आरा जंक्शन पर वाश पिट का निर्माण (काम चल रहा है)
आरा जंक्शन पर वाई फाई (पूरा हो चुका)
कुम्भ एक्सप्रेस का ठहराव (पूरा हो चुका)
आरा सासाराम रेल लाईन का विदुतीकरण ( लगभग पूरा हो चुका)
बिहारी मिल के तरफ से प्रवेश द्वार (काम चल रहा है)
आरा जंक्शन पर 20 फुट चौड़ा ओवरब्रिज (पूरा हो चुका)
आरा जंक्शन पर एस्केलेटर (पूरा हो चुका)
आरा जंक्शन पर वाश पिट का निर्माण (काम चल रहा है)
आरा जंक्शन पर वाई फाई (पूरा हो चुका)
कुम्भ एक्सप्रेस का ठहराव (पूरा हो चुका)
आरा सासाराम रेल लाईन का विदुतीकरण ( लगभग पूरा हो चुका)
बिहारी मिल के तरफ से प्रवेश द्वार (काम चल रहा है)
अन्य स्टेशनों पर काम:
बिहिया स्टेशन पर श्रमजीवी का ठहराव (पूरा हो चुका)
कुल्हड़िया स्टेशन पर फुट ओवरब्रिज (पूरा हो चुका)
कोईलवर स्टेशन पर पटना सासाराम फास्ट पैसेंजर ट्रेन का ठहराव (पूरा हो चुका)
बिहिया स्टेशन पर श्रमजीवी का ठहराव (पूरा हो चुका)
कुल्हड़िया स्टेशन पर फुट ओवरब्रिज (पूरा हो चुका)
कोईलवर स्टेशन पर पटना सासाराम फास्ट पैसेंजर ट्रेन का ठहराव (पूरा हो चुका)
सड़कों पर काम:
आरा बक्सर व आरा पटना फोरलेन रोड (काम चल रहा है)
कोईलवर मे फोरलेन पुल का निर्माण (काम चल रहा है)
आरा मोहनिया रोड का पुनः निर्माण (पूरा हो चुका)
पूर्वी गुम्टी पर फोरलेन पुल का निर्माण (काम चल रहा है)
आरा बक्सर व आरा पटना फोरलेन रोड (काम चल रहा है)
कोईलवर मे फोरलेन पुल का निर्माण (काम चल रहा है)
आरा मोहनिया रोड का पुनः निर्माण (पूरा हो चुका)
पूर्वी गुम्टी पर फोरलेन पुल का निर्माण (काम चल रहा है)
शहर मे काम:
20 से 22 घन्टे बिजली सप्लाई (पूरा हो चुका)
हर पोल पर LED लाईट (पूरा हो चुका)
बिजली चोरी रोकने के लिए कवर तार व मीटर घर से बाहर (काम चल रहा है)
आरा मे पासपोर्ट कार्यालय (पूरा हो चुका)
20 से 22 घन्टे बिजली सप्लाई (पूरा हो चुका)
हर पोल पर LED लाईट (पूरा हो चुका)
बिजली चोरी रोकने के लिए कवर तार व मीटर घर से बाहर (काम चल रहा है)
आरा मे पासपोर्ट कार्यालय (पूरा हो चुका)
ये वो योजना है जिसपर आर के सिंह ने आने वाले काम को गिना रहे है। जिनमे-
आरा मे मेडिकल कॉलेज
आरा मे इंजीनियरिंग कॉलेज
आरा सासाराम फोरलेन व उसको राष्ट्रीय मार्ग मे परिवर्तन
शहर के सडकों का चौड़ीकरण
आरा सासाराम रेल लाईन का दोहरीकरण
आरा जंक्शन का सौंदर्यीकरण
आरा भभुआ रेल लाईन का शिलान्यास
आरा से अन्य जगहों के लिए 3 और ट्रेन
आरा के बिजली का अंडरग्राउंड
सोन नहर का पक्कीकरण
कुल्हड़िया स्टेशन को टर्मिनल मे परिवर्तन
आरा मे मेडिकल कॉलेज
आरा मे इंजीनियरिंग कॉलेज
आरा सासाराम फोरलेन व उसको राष्ट्रीय मार्ग मे परिवर्तन
शहर के सडकों का चौड़ीकरण
आरा सासाराम रेल लाईन का दोहरीकरण
आरा जंक्शन का सौंदर्यीकरण
आरा भभुआ रेल लाईन का शिलान्यास
आरा से अन्य जगहों के लिए 3 और ट्रेन
आरा के बिजली का अंडरग्राउंड
सोन नहर का पक्कीकरण
कुल्हड़िया स्टेशन को टर्मिनल मे परिवर्तन
जो जनता ने हमें बताया वो हमने इस रेपोर्ट मे रखी। अब देखना होगा की आरा की जनता 2019 मे किसे अपना प्रतिनिधि चुनती है। अगर माले प्रत्यासी राजू यादव यहाँ से जीतते हैं तो उनकी क्या क्या प्राथमिकता होगी और यहाँ की जनता के लिए वो क्या कुछ कर पाते हैं? अब इसका परिणाम तो 23 मई को ही पता चलेगा। 19 को यहाँ मतदान भी होना है। आप भी अपना फर्ज निभाईये। घर से निकलिए और वोट दीजिए।
आरा सिटी की रिपोर्ट
Source: Google
No comments:
Post a Comment