भाजपा प्रत्याशी राज कुमार सिंह दूसरी बार आरा के सांसद निर्वाचित हुए। इन्होंने अपने निकटतम प्रतिद्वंदी भाकपा-माले प्रत्याशी राजू यादव को 1,47,285 मतों से पराजित किया। भाकपा-माले प्रत्याशी राजू यादव को कुल 4,19,195 वोट मिले। जबकि भाजपा प्रत्याशी राजकुमार सिंह को 5,66,480 मत प्राप्त हुआ। जीत के वोटों का यह आंकड़ा वर्ष 2014 के लोकसभा चुनाव से अधिक रहा। जिला निर्वाचन कार्यालय के अनुसार आरके सिंह और राजू यादव के अतिरिक्त शेष 9 प्रत्याशियों में जमानत जब्त हो गई।
बिहार की आरा लोकसभा सीट पर वर्ष 1984 के लोकसभा चुनाव के बाद यह पहला मौका है जब भाजपा प्रत्याशी सह केन्द्रीय मंत्री आर के सिंह लगातार दूसरी बार जीत दर्ज की है। कोई 35 वर्ष बाद ऐसा संभव हो सका है। इसके पहले जनता पांच सालों तक परखने के बाद नये सांसद का चुनाव करती रही। लेकिन इस बार जनता ने परखने के बाद पुन: आर के सिंह को अपना सांसद प्रतिनिधि चुना।
मतगणना सुबह देर से करीब सवा नौ बजे से शुरु हुई। शुरुआती मतगणना में भाकपा माले प्रत्याशी को बढ़त रही। इसके बाद करीब सवा दस बजे चुनाव आयोग का पहला अधिकृत आंकड़ा आया, जिसमेंं आरके सिंह को 8602 का बढ़त दिखाया गया। इसके बाद शुुरु हुआ आरके सिंह की जीत का सफर...। हर राउंड-दर-राउंड लगातार वोटों की लगातार बढ़ती संख्या। राजू यादव वोटाें की गिनती में लगातार पिछड़ते गए। अंतत: केंद्रीय मंत्री आरके सिंह ने 1 लाख 47 हजार 285 वोट से चुनाव जीत लिया।
आरा सीट पर चुनाव में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का नाम और एनडीए की रणनीति काम आई। इसके साथ केंद्रीय मंत्री आरके सिंह की अपनी ईमानदार छवि व विकास कार्यो की लंबी पेहरिस्त थी। आरके सिंह ने जाति-धर्म से ऊपर हटकर सबका साथ-सबका विकास के एजेंडा पर काम किया, इसका जिक्र वे हर कार्यक्रम में करते थे। जिसका लाभ आरके सिंह काे मिला। उन्हें सामान्य, अति पिछड़ा, दलित-महादलित, पिछड़े वर्ग व अल्पसंख्यकों का भी समर्थन मिला। आरा सीट पर जातीय राजनीति काम ना आई, विकास यहां जीत गया।
देखिये किस प्रत्यासी को किस विधानसभा क्षेत्र से मिली कितनी सीटें।
देखिये किस प्रत्यासी को किस विधानसभा क्षेत्र से मिली कितनी सीटें।
No comments:
Post a Comment