आइआइटी में नामांकन के लिए आयोजित ज्वाइंट एंट्रेंस एक्जामिनेशन (जेईई) एडवांस का रिजल्ट रविवार को आइआइटी कानपुर ने जारी कर दिया। रिजल्ट में प्रणव गोयल टॉपर बने हैं, जबकि गुवाहाटी जोन में प्रशांत कुमार ने टॉप किया है। इस साल कट-ऑफ मार्क्स 126 कर दिए जाने के कारण 15 साल बाद रिजल्ट में बड़ी गिरावट आई है। परीक्षार्थी अपना रिजल्ट वेबसाइट www.jeeadv.ac.in पर सर्च कर सकते हैं।
पटना के 'सुपर 30' की बात करें तो उसके 30 में से 26 परीक्षार्थी सफल रहे हैं। इस बाबत सुपर 30 के संचालक आनंद कुमार का कहना है यह देख कर संतोष होता है कि जो पिछड़े इलाके के बच्चे, जहां अभी विकास की किरण नहीं पहुंची है और लोग जिंदगी जीने के लिए संघर्ष करते हैं, वे अपनी मेहनत और प्रतिभा से आइआइटी की परीक्षा पास कर रहे हैं। इस साल ओनीरजीत गोस्वामी, सूरज कुमार, यश कुमार और सूर्यकांत दास जैसे छात्रों ने आइआइटी जेईई की परीक्षा पास की है, जो काफी पिछड़े इलाके से आते हैं।
गोस्वामी ने कहा कि उसके पिता कानपुर की एक फैक्ट्री में मजदूरी करते हैं। वह शुरू से चाहता था कि जिंदगी में कुछ अच्छा करे, लेकिन आइआइटी की परीक्षा पास करना उसका सबसे बड़ा ख्वाब था। मैं आनंद सर के सहयोग और मार्गदर्शन को कभी नहीं भूल सकता। उन्होंने मेरे जैसे स्टूडेंट की मदद की।
सूरज झारखंड के गिरीडिह का रहने वाला है। उसके पिता कभी स्कूल नहीं गए। भूमिहीन किसान हैं। उन्हें यह विश्वास नहीं हो रहा है कि उनके बेटे ने आइआइटी की परीक्षा पास कर ली। सूरज ने कहा कि आनंद सर ने न सिर्फ हमें मुफ्त में शिक्षा दी, बल्कि हमारे आत्मबल को भी बढ़ाया। मेरे पिता जी को यह नहीं मालूम है कि आइआइटी क्या होता है, लेकिन उन्हें पता है कि मेरे बेटे ने एक कठिन परीक्षा पास की है। यश कुमार और सूर्यकांत दास ने भी अपनी इस सफलता का श्रेय आनंद कुमार को दिया है।
विदित हो कि 'सुपर 30' के संचालक प्रसिद्ध गणितज्ञ आनंद हैं। उन्होंने वर्ष 2002 में सुपर 30 की स्थापना की थी, जिसमें मेधावी गरीब छात्रों को पढ़ाया जाता है। सुपर 30 के अधिकांश छात्र हर साल आआइटी परीक्षा में पास होते हैं। एक परीक्षा के माध्यम से आनंद कुमार प्रत्येक वर्ष 30 मेधावी छात्रों का चयन करते हैं। उन्हें मुफ्त शिक्षा और रहने व खाने की व्यवस्था उपलब्ध करवाते हैं। पिछले 16 साल में करीब 500 छात्रों ने यहां से आइआइटी की परीक्षा पास की है।
वहीं, बिहार के ही अभयानंद सुपर 30 के नौ परीक्षार्थी सफल रहे हैं। दो दिनों पहले संस्थान के संचालक पूर्व डीजीपी अभयानंद ने 22 संभावित सफल परीक्षार्थियों की जो सूची जारी की थी, उनमें से शेष कर दाखिला देश के अन्य प्रतिष्ठित इंजीनियरिंग शिक्षण संस्थानों में होगा। अभयानंद ने भी सफल परीक्षार्थियों को अपनी बधाई दी है। रहमानी सुपर-30 के 23 में से आठ परीक्षार्थी भी सफल रहे हैं।
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