बिहार के दरभंगा के डॉ मानस बिहारी वर्मा को पद्म श्री अवॉर्ड देने की घोषणा की गई है। हाल में एयरफोर्स के बेड़े में शामिल 'तेजस' विमान की नींव रखने वाले वैज्ञानिकों में एक वैज्ञानिक डॉ मानस बिहारी वर्मा भी इसी गांव से हैं।
दरभंगा जिले के घनश्यामपुर प्रखंड अंतर्गत पूर्वी एवं पश्चिमी कमला तटबंध के मध्य अवस्थित पूर्णतः बाढ़ ग्रस्त एक छोटे से गांव बाउर में 1946 में जन्मे डॉ मानस बिहारी वर्मा का भारत का तेज बढ़ाने वाली 'तेजस' के निर्माण में महत्वपूर्ण योगदान रहा है। मानस वर्मा की शुरूआती पढ़ाई लिखाई गांव के ही जवाहर हाइस्कूल, मधेपुर में ही हुई है। यहां से 10वीं पास कर पटना साइंस कॉलेज और बिहार इंजीनियरिंग कॉलेज से उच्च और तकनीकी शिक्षा प्राप्त किया।
2001 में हल्का लड़ाकू विमान (एलसीए) 'तेजस' ने पहली बार उड़ान भरा था। तब श्री वर्मा एलसीए प्रोजेक्ट के डायरेक्टर थे। डॉ एपीजे अब्दुल कलाम के निकटतम सहयोगी रहे। 2005 में एलसीए के प्रोग्राम डायरेक्टर और एयरनॉटिकल डेवलपमेंट एजेंसी के डायरेक्टर रहते हुए रिटायर हुए।
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