स्वच्छता पर आयोजित निबंध प्रतियोगिता में राष्ट्रीय स्तर पर टापर बने छात्र विकास को सोमवार को पीएम नरेन्द्र मोदी ने अवार्ड दिया। छात्र विकास भोजपुर के शाहपुर प्रखंड के बिलौटी गांव स्थित इंदिरा आवास मिडिल स्कूल के 8 वीं कक्षा का छात्र है। गांधी जयंती के मौके पर सोमवार को दिल्ली के विज्ञान भवन में आयोजित समारोह में प्रधानमंत्री ने उसे पुरस्कार दिया।
छात्र विकास शाहपुर प्रखंड के दुधघाट गांव निवासी स्व. लक्षमण चौधरी का बेटा है। कक्षा 6 से 8 में राष्ट्रीय स्तर पर निबंध प्रतियोगिता में विकास को अवार्ड मिलने से स्कूल, दुधाघाट गांव और पूरे इलाके में खुशी की लहर है। विकास के साथ नई दिल्ली गये स्कूल के शिक्षक विनय केशरी ने बताया कि छात्र विकास को एक लाख रूपये और प्रस्सति पत्र देकर पीएम ने पुरस्कृत किया है। स्वच्छता प्रतियोगिता में नेशनल लेबल पर टाॅपर बना विकास अपने स्कूल का मेधावी और लगनशील छात्र है। वह विद्यालय के बाल संसद का जल व कृषि मंत्री भी है। विद्यालय में स्वच्छता का अलख जगाने के लिये वह हमेशा तत्पर रहता है। विद्यालय को जब स्टेट लेबल का स्वच्छता का आवार्ड मिला था तो विकास खुशी से झूम उठा था। अब उसे खुद आवार्ड मिलने वाला है तो वह फूले नहीं समां रहा है। विकास ने बताया कि उसे मिलने वाला यह आवार्ड स्कूल के शिक्षकों के सच्चे मार्गदर्शन से हासिल हुआ है।
महादलित टोला में है विकास का स्कूल, स्कूल को मिला था स्वच्छ स्कूल का स्टेट लेवेल अवॉर्ड
विकास जिस स्कूल का छात्र है, वह स्कूल बिलौटी गांव के महादलित टोला में स्थित है और यह स्कूल पटना प्रमंडल का एक मात्र सबसे स्वच्छ स्कूल में शुमार है। इस स्कूल को पिछले 26 अगस्त को स्टेट लेबल पर स्वच्छ विद्यालय का पुरस्कार मिला था। अब इस स्कूल के 8 वीं कक्षा के छात्र विकास ने एक और गौरव की गाथा लिख डाली है।
स्कूल के शिक्षक विनय केशरी ने बताया कि स्वच्छ संकल्प से स्वच्छ सिद्धि विषय पर निबंध प्रतियोगिता का आयोजन पिछले 30 अगस्त को विद्यालय स्तर पर हुआ था। इसके बाद 6 सितम्बर को सीआरसी स्तर पर और फिर इसके बाद 7 सितम्बर को प्रखंड स्तर पर हुआ। विकास से सभी प्रतियोगियों में बाजी मारकर नेशनल लेबल पर टाॅपर बन गया।
इंदिरा आवास मध्य विद्यालय बिलौटी
शाहपुर (भोजुपर)
वर्ग- VIII
क्रमांक-2
'स्वच्छ संकल्प से स्वच्छ सिद्धि'
निबंध- स्वच्छता के लिए मैं क्या करूंगा?
मैं स्वच्छ भारत के लिए महात्मा गांधी के सपनों को साकार करना चाहता हूं तथा माननीय प्रधानमंत्री जी के मिशन में अपना महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहा हूं.
घर, विद्यालय, गांव तथा देश को स्वच्छ बनाने के लिए प्रतिदिन झांजू लगाने, कूड़े-कचड़े को उचित स्थान पर निष्पादित करने, शौचालय की सफाई, नली-गली की सफाई का कार्य करता हूं.
मैं स्वच्छ भारत के लिए अपने शिक्षकों एवं सहपाठियों के सहयोग से अपने विद्यालय को स्वच्छ बना चुका हूं. मेरे विद्यालय को राज्यस्तरीय स्वच्छ विद्यालय पुरस्कार 2016 का ट्रॉफी 26 अगस्त 2017 को शिक्षा भवन पटना में प्राप्त हुआ है.
मैं स्वच्छ भारत अभियान के लिए निम्नांकित कार्य कर रहा हूं तथा करता रहूंगा.
शाहपुर (भोजुपर)
वर्ग- VIII
क्रमांक-2
'स्वच्छ संकल्प से स्वच्छ सिद्धि'
निबंध- स्वच्छता के लिए मैं क्या करूंगा?
मैं स्वच्छ भारत के लिए महात्मा गांधी के सपनों को साकार करना चाहता हूं तथा माननीय प्रधानमंत्री जी के मिशन में अपना महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहा हूं.
घर, विद्यालय, गांव तथा देश को स्वच्छ बनाने के लिए प्रतिदिन झांजू लगाने, कूड़े-कचड़े को उचित स्थान पर निष्पादित करने, शौचालय की सफाई, नली-गली की सफाई का कार्य करता हूं.
मैं स्वच्छ भारत के लिए अपने शिक्षकों एवं सहपाठियों के सहयोग से अपने विद्यालय को स्वच्छ बना चुका हूं. मेरे विद्यालय को राज्यस्तरीय स्वच्छ विद्यालय पुरस्कार 2016 का ट्रॉफी 26 अगस्त 2017 को शिक्षा भवन पटना में प्राप्त हुआ है.
मैं स्वच्छ भारत अभियान के लिए निम्नांकित कार्य कर रहा हूं तथा करता रहूंगा.
- अपने पूरे गांव को स्वच्छ बनाने के लिए अपने साथ साथ अपने मित्रों को लगाये रहता हूं. जिससे सभी लाभान्वित एवं प्रसन्नित रहें.
- मुखिया जी के सहयोग से कचड़े तथा अपशिष्ट पदार्थों के निष्पादन का प्रबंधन करता हूं.
- सभी घरों के शौचालय में पानी की आपूर्ति सुनिश्चित कराने हेतु मुख्यमंत्री जी द्वारा सात निश्चय के तहत हर घर मे नल का जल लगवाने में विभाग तथा गांव वालों की मदद करता रहूंगा.
- सभी को शौचालय के उपयोग के लिए प्रेरित करता हं तथा उसके लाभ बताता हूं. भविष्य में मैं अपने स्तर से सामूहिक शौचालय बनवाना चाहता हूं.
- अच्छी स्वच्छता के लिए लोगों को मानसिकता में बदलाव लाने हेतु प्रयासरत रहूंगा. खुले में शौच से होनेवाली बिमारियों को बताता हूं.
- मैं निर्धन मेधावी छात्रों के घर शौचालय बनवाऊंगा. ताकि शिक्षा एवं स्वच्छता का संबंध प्रमाणित हो सके
- गंगा नदी के किनारे बसे शहरों के गंदे जल को ट्रिटमेंट प्लांट के माध्यम से फिल्टर करने की व्यवस्था करूंगा.
- फैक्ट्रियां से निकलने वाले धूएं तथा कचड़े के प्रभाव को कम करने हेतु अधिक से अधिक वृक्ष लगवाऊंगा.
- पॉलिथिन के उपयोग पर रोक लगाकर कागज का ठोंगा (पॉकेट) के प्रचलन पर जोर दूंगा तथा रिसाईकिल (पुनश्चक्रण) की जाने वाली चीजों के उपयोग करने पर बल दूंगा.
- आधार कार्ड के अनुसार आर्थिक स्थिति को जांच कर भारत के शत प्रतिशत परिवार को रसोई गैस उपलब्ध कराऊंगा.
- 'The child is father of man' बचपन की आदत जीवन भर बनी रहती है इसलिए छात्र जीवन से स्वच्छता की आदत जरूरी है.
समाप्त
विकास प्रसाद
भोजपुर, बिहार
दिनांक 5.9.2017
विकास प्रसाद
भोजपुर, बिहार
दिनांक 5.9.2017
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