नई दिल्ली: इन दिनों अपनी फिल्म ‘टॉयलेटः एक प्रेम कथा’ के जरिये खुल में शौच के खिलाफ अक्षय कुमार और भूमि पेडणेकर अभियान चलाए हुए हैं. उन्होंने इस प्रचार के दौरान टॉयलेट पेपर का भी इस्तेमाल किया. उन्होंने अपने चारों ओर टॉयलेट पेपर लपेट लिया. प्रचार के लिए काफी कुछ करना पड़ता है, यह भी सही.
कलाकार भी इनसान होते हैं तो कई मौकों पर उन्हें भी टॉयलेट के इस्तेमाल की सख्त जरूरत पड़ जाती है. ऐसे में कई बार उन्हें भी सार्वजनिक शौचालय (पब्लिक टॉयलेट) का इस्तेमाल करना पड़ता है. अक्षय ने सार्वजनिक शौचालय का अपना अनुभव शेयर करते हुए कहा, “ऐसा लगता है यह कल की ही बात है. बात पुराने दिनों की है. मुंबई में कम आबादी होती थी और काफी सफाई हुआ करती थी. प्रदूषण भी नहीं था. लेकिन इस्तेमाल के लिए शौचालय भी कम ही थे. मुझे याद है जब मैं बच्चा हुआ करता था तो कभी टॉयलेट जाने के लिए लंबी लाइन लगा करती थी.”
भूमि पेडणेकर ने भी कई बार सार्वजनिक शौचालय का इस्तेमाल किया है. वे बताती हैं, “कई मौकों पर इसकी जरूरत पड़ी है. एक बार मैं परिवार के साथ गोवा से लौट रही थी, हमें शौचालय नहीं मिला. मैंने रास्ते में कई लोगों से रिक्वेस्ट करके उनका टॉयलेट इस्तेमाल करने की गुहार लगाई.”
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