रेलवे ने बिहार रूट की ट्रेनों में चेन पुलिंग सिस्टम खत्म कर सकता है। रेलवे की तरफ से यह निर्णय आगामी लोकसभा चुनाव के मद्देनजर शराब की तस्करी रोकने के लिए उठाया जाएगा। यह जानकारी इस मामले से जुड़े दो अधिकारियों ने दी।
ट्रेनों में चेन पुलिंग सिस्टम इमरजेंसी की स्थिति में ट्रेन को रोकने के लिए प्रयोग किया जाता है जबकि कई बार निर्धारित स्टेशन नहीं होने के बावजूद चेन खींच कर ट्रेन को रोक दिया जाता है। हिंदुस्तान टाइम्स की खबर के अनुसार आरपीएफ के डीजी अरुण कुमार ने कहा कि आरपीएफ ने नोटिस किया है कि बिहार में तस्कर चेन पुलिंग से ट्रेन को रोक कर अपनी मनपसंद जगह पर शराब लेकर उतर जाते हैं। चुनाव के समय भारत के विभिन्न हिस्सों में शराब का प्रयोग मतदाताओं को लुभाने के लिए किया जाता है।
कुमार ने कहा, चूंकि बिहार एक शराब मुक्त राज्य है, चेन पुलिंस सिस्टम के बंद करने का प्रस्ताव किया गया है। अब प्रतिबंध लागू होने के कारण हम एक बार फिर इस डिवाइस को खत्म करने पर विचार कर रहे हैं। आरपीएफ के डीजी ने हालांकि किसी ट्रेन विशेष का नाम बताने से इनकार कर दिया। कुमार ने कहा कि इमरजेंसी के लिए आरपीएफ के गार्ड ट्रेन में मौजूद रहेंगे।
बिहार को साल 2016 में शराब मुक्त राज्य घोषित किया जा चुका है। इन राज्यों में 11 अप्रैल से सात चरणों में चुनाव होना है। चुनाव के दिन या इससे 48 घंटे पूर्व शराब परोसने या बांटना निर्वाचन से जुड़ा अपराध है। वहीं बिहार में शराबबंदी का उल्लंघन करने पर पांच साल की कैद है।
No comments:
Post a Comment