बर्थडे स्पेशल: यूं खिलाड़ी कुमार से "भारत" कुमार बन गए अक्षय कुमार - Arrah City | Arrah Bhojpur Bihar News

Post Top Ad

बर्थडे स्पेशल: यूं खिलाड़ी कुमार से "भारत" कुमार बन गए अक्षय कुमार

बर्थडे स्पेशल: यूं खिलाड़ी कुमार से "भारत" कुमार बन गए अक्षय कुमार

Share This

आज अक्षय कुमार का 51वां जन्मदिन है। अक्षय केवल बॉलिवुड के सुपरस्टार ही नहीं बल्कि फिल्म इंडस्ट्री में सबसे ज्यादा कमाई करने वाले सितारों में गिने जाते हैं। तीनों खानों की तरह अक्षय कुमार की फिल्मों को भी सफलता की गारंटी माना जाता है। उनकी कई फिल्में 100 करोड़ी क्लब में शामिल हैं।

यह तो हम सभी जानते हैं कि अक्षय कुमार ने बॉलिवुड में अपने करियर की शुरुआत एक ऐक्शन हीरो के तौर पर की थी। उन्होंने लीड हीरो के तौर पर 1991 में फिल्म 'सौगंध' से बॉलिवुड में डेब्यू किया था। इसके बाद उन्होंने 'वक्त हमारा है', 'सैनिक', 'ऐलान', 'मैं खिलाड़ी तू अनाड़ी', 'मोहरा' और 'सुहाग' जैसी ऐक्शन फिल्मों में काम किया। लेकिन सही मायने में उनकी ऐक्शन हीरो की इमेज फिल्म 'खिलाड़ियों का खिलाड़ी' से बनी। इस फिल्म में उनके ऑपोजिट रेखा और रवीना टंडन लीड रोल में थीं।

इसके बाद अक्षय कुमार का नाम ही 'खिलाड़ी कुमार' पड़ गया। वैसे उनकी यह ऐक्शन हीरो वाली इमेज उन्हें काफी सूट भी करती थी। सभी लोग जानते हैं कि अक्षय कुमार के पास ताइक्वॉन्डो में ब्लैक बैल्ट है और वह मार्शल आर्ट में भी प्रशिक्षित हैं। साथ ही उनकी यह इमेज उनके गठीली और फिट बॉडी के कारण भी उनपर फबती थी। हालांकि ऐक्शन हीरो के अलावा एक दौर में अपनी रोमांटिक छवि के लिए भी मशहूर रहे हैं। उस दौर में अक्षय का नाम शिल्पा शेट्टी, रवीना टंडन, पूजा बत्रा और आयशा जुल्का जैसी ऐक्ट्रेसेस से जुड़ा लेकिन बाद में उनकी शादी हुई सुपरस्टार राजेश खन्ना और डिंपल की बेटी ट्विंकल खन्ना से। शादी से पहले अक्षय का ट्विंकल के साथ अफेयर काफी समय तक मीडिया की सुर्खियों में रहा।

90 के दशक के अंत में अचानक अक्षय कुमार की इमेज ऐक्शन हीरो से कॉमिडी किंग के तौर पर स्थापित होने लगी। यह शुरुआत हुई फिल्म 'हेराफेरी' से इसके बाद तो अक्षय ने कॉमिडी फिल्मों की लाइन लगा दी। इस दौर में आवारा पागल दीवाना, मुझसे शादी करोगी, गरम मसाला, दीवाने हुए पागल, फिर हेरा फेरी, हे बेबी, भूलभुलैया, वेलकम, सिंह इज किंग, चांदनी चौक टू चाइना, दे दना दन, हाउसफुल, खट्टा मीठा, ऐक्शन रीप्ले और जॉली एलएलबी 2 जैसी सुपरहिट कॉमिडी फिल्मों की लाइन ही लगा दी। इसके बाद अक्षय कुमार की इमेज कॉमिडी किंग की बन चुकी थी।

हालांकि इस दौर के बाद अक्षय की एक और इमेज निखरकर सामने आई। उन्होंने कॉमिडी और ऐक्शन फिल्मों से धीरे-धीरे दूरी बनानी शुरू कर दी और राष्ट्रभक्ति वाली फिल्में उन्हें रास आने लगीं। उन्होंने हॉलिडे, रुस्तम, टॉइलट एक प्रेम कथा, एयरलिफ्ट, बेबी, पैडमैन और गोल्ड जैसी देशभक्ति और सामाजिक संदेश वाली फिल्में कीं।ऑडियंस ने न केवल इन फिल्मों को काफी पसंद किया बल्कि उन्हें अक्षय की यह नई इमेज भी काफी रास आई। इन फिल्मों के अलावा अक्षय ने सामाजिक कामों में बढ़-चढ़ कर भाग लेना शुरू कर दिया। साथ ही, उन्होंने भारतीय सेना के शहीद जवानों के परिवारों की मदद के लिए काफी दान दिया और लोगों को शहीदों के परिवारों की मदद के लिए प्रोत्साहित किया। 'टॉइलट एक प्रेम कथा' और 'पैडमैन' जैसी फिल्में इंडियन सोसायटी को स्ट्रॉन्ग सामाजिक संदेश देने वाली साबित हुईं जिन्हें क्रिटिक्स और पब्लिक की काफी सराहना मिली। 


पीएम नरेंद्र मोदी के साथ अक्षय कुमार

हालांकि कुछ लोग अक्षय पर यह आरोप लगाते हैं कि वह राजनीतिक हो गए हैं लेकिन देखा जाए तो ऐसा कोई राजनीतिक दल, लीडर या विचारधारा नहीं जो अक्षय के नेक इरादों और काम को नकार सके। अक्षय ने खुद को भी कभी राजनीतिक नहीं कहा है, हालांकि उनके कामों से उनका राष्ट्रप्रेम जरूर दिखाई देता है। हमारी ओर से अक्षय कुमार को आगामी जीवन की शुभकामनाएं।

No comments:

Post a Comment

Post Bottom Ad

Our Social Media Links