आधुनिक सुविधाओं से युक्त बनाए जाएंगे सभी शहर
राज्य के सात शहरों के सुनियोजित विकास और विस्तार की योजना तैयार की गई है। इन शहरों को आगामी 20 वर्ष के विकास को ध्यान में रखते हुए आधुनिक सुविधाओं से युक्त बनाया जाएगा। इनमें बिहारशरीफ, आरा, राजगीर, मुजफ्फरपुर, गया, बोधगया और सहरसा शामिल हैं। सरकार ने इन शहरों के आयोजना क्षेत्र प्राधिकार गठन को मंजूरी प्रदान कर दी है। नगर विकास एवं आवास विभाग ने प्रमंडलीय आयुक्तों की अध्यक्षता में आयोजना क्षेत्र प्राधिकार बनाने का निर्देश भी जारी कर दिया है।
बनेगा मास्टर प्लान : इन सातों शहरों के नियोजित विकास, बुनियादी सुविधाओं के कारगर रख-रखाव और उनके अधिकतम उपयोग को सुनिश्चित करने लिहाज से मास्टर प्लान की जरूरत महसूस की जा रही है। अब 2011 की जनगणना को आधार बनाते हुए मास्टर प्लान बनाया जाएगा। प्रस्तावित मास्टर प्लान एरिया में रिहायशी , कमर्शियल और मनोरंजन से जुड़ी जगहों को चिह्न्ति किया जाएगा।
प्रमंडलीय मुख्यालय वाले तीन शहर
सरकार ने जिन सात शहरों के आयोजन क्षेत्र कमेटी गठन के निर्देश दिए हैं उनमें तीन गया, सहरसा और मुजफ्फरपुर प्रमंडलीय मुख्यालय हैं। जबकि आरा और बिहारशरीफ को नगर निगम का दर्जा प्राप्त है। सरकार ने अगले 20 वर्ष की जरूरतों के हिसाब से इन शहरों का मास्टर प्लान तैयार करने का निर्देश दिया है।
बिहारशरीफ : बिहारशरीफ प्लानिंग एरिया का निर्धारण 58.23 वर्ग किलोमीटर क्षेत्र में किया गया है। बिहार प्रखंड के 19 राजस्व ग्राम, रहुई के 11 राजस्व ग्राम और नूरसराय प्रखंड के सात राजस्व गांवों को शामिल किया गया है।
राजगीर : राजगीर प्लानिंग एरिया में चार प्रखंडों राजगीर, सिलाव, गिरियक और कतरीसराय के 157 गांव के इलाकों को शामिल किया गया है।
बोधगया : बोधगया प्लानिंग एरिया में बोधगया और गया के ढाई दर्जन से अधिक गांव के साथ ही बोधगया नगर पंचायत के इलाकों को भी शामिल किया गया है।
आरा : आरा प्लानिंग एरिया का कुल क्षेत्रफल 174.62 वर्ग किलोमीटर निर्धारित किया गया है। इसमें आरा प्रखंड के 34 राजस्व गांव, कोइलवर के 17 और उदवंतनगर के कुल 17 राजस्व गांवों को शामिल किया गया है। इसमें आरा, कोइलवर की एक-एक शहरी निकायों को शामिल किया गया है।
गया : गया प्लानिंग एरिया का विस्तार 308.31 वर्ग किलोमीटर का घोषित किया गया है। इसमें गया प्रखंड के 77 राजस्व गांव, बेलागंज के आठ राजस्व गांव, मानपुर प्रखंड के 49 राजस्व गांव, परैया के चार जबकि बोधगया प्रखंड के कुल 24 राजस्व गांवों को इसमें शामिल किया गया है।
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