पटना. जेडीयू की राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक के बाद रविंद्र भवन में आयोजित ओपन सेशन में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने शरद यादव को चुनौती देते हुए कहा कि आप लालू के बल पर पार्टी तोड़ने की बात करते हैं। है दम तो तोड़ लीजिए पार्टी। पार्टी तोड़ने के लिए दो तिहाई बहुमत चाहिए। या तो ऐसा कर लीजिए नहीं तो सदस्यता जाएगी। यह कतई संभव नहीं है। बिहार के लोग बहुत सोच समझकर फैसला लेते हैं। त्यागी जी ने ठीक ही कहा है आपने पार्टी का त्याग कर दिया है।
अपना फैसला लेने के लिए स्वतंत्र हैं शरद...
* नीतीश ने कहा कि शरद यादव अपना फैसला लेने के लिए स्वतंत्र हैं। वह जो चाहे कर सकते हैं।
* शरद 2004 में चुनाव हार गए थे। जॉर्ज साहब के मन में किसी और का नाम था। मैं उनके घर पर चार घंटे बैठा रहा और उन्हें शरद ने नाम के लिए मनाया।
* वह कह रह हैं कि मैंने जनादेश का अपमान किया। मैं पूछता हूं कि जनादेश क्या बेनामी संपत्ति को सपोर्ट करने के लिए मिला था? क्या जनादेश इसलिए मिला था कि मैं पिछलग्गू बनकर उनके कुकर्म ढोता रहूं।
जेडीयू के पास है जनाधार
- नीतीश ने कहा कि हमारी अलग पहचान है। लोग जनाधार की बात करते हैं। वे कहते है कि जेडीयू के पास जनाधार नहीं है। यह गलत है। हमारे पास जनाधार है। जेडीयू जिसके साथ रहती है उसकी जीत होती है।
- लालू की ओर इशारा करते हुए नीतीश ने कहा कि वे सबसे बड़ी पार्टी होने की बात करते हैं। जेडीयू और आरजेडी ने बराबर सीट पर चुनाव लड़ा फिर हमारे कैंडिडेट क्यों हार गए। जेडीयू के सभी लोगों ने तो आरजेडी को वोट दिया, लेकिन आरजेडी के वोट हमें नहीं मिले। हमारे हारे हुए उम्मीदवारों के कोई भी पूछ सकता है कि चुनाव में क्या हुआ था।
- नीतीश ने कहा कि हमारी अलग पहचान है। लोग जनाधार की बात करते हैं। वे कहते है कि जेडीयू के पास जनाधार नहीं है। यह गलत है। हमारे पास जनाधार है। जेडीयू जिसके साथ रहती है उसकी जीत होती है।
- लालू की ओर इशारा करते हुए नीतीश ने कहा कि वे सबसे बड़ी पार्टी होने की बात करते हैं। जेडीयू और आरजेडी ने बराबर सीट पर चुनाव लड़ा फिर हमारे कैंडिडेट क्यों हार गए। जेडीयू के सभी लोगों ने तो आरजेडी को वोट दिया, लेकिन आरजेडी के वोट हमें नहीं मिले। हमारे हारे हुए उम्मीदवारों के कोई भी पूछ सकता है कि चुनाव में क्या हुआ था।
काम करने के लिए मिला था मैंडेट
- नीतीश ने कहा कि वे मैंडेट की बात कहते हैं। बिहार के लोगों ने काम करने के लिए मैंडेट दिया था न कि एक परिवार की खुशामद करने के लिए।
- लोकतंत्र लोकलाज से चलता है। कैसे लाज त्याग कर उनके पीछे-पीछे घूम रहे हैं। कुछ लोगों की मानसिकता ही ऐसी होती है।
- अली अनवर की ओर इशारा करते हुए नीतीश ने कहा कि उन्हें भाजपा के वोट से राज्यसभा में भेजा था। पार्टी के लोग मेरा मजाक उड़ाते थे कहते थे कि आप आदमी चुनने में गलती करते हैं। अब लग रहा है कि वह ठीक कहते थे।
- नीतीश ने कहा कि वे मैंडेट की बात कहते हैं। बिहार के लोगों ने काम करने के लिए मैंडेट दिया था न कि एक परिवार की खुशामद करने के लिए।
- लोकतंत्र लोकलाज से चलता है। कैसे लाज त्याग कर उनके पीछे-पीछे घूम रहे हैं। कुछ लोगों की मानसिकता ही ऐसी होती है।
- अली अनवर की ओर इशारा करते हुए नीतीश ने कहा कि उन्हें भाजपा के वोट से राज्यसभा में भेजा था। पार्टी के लोग मेरा मजाक उड़ाते थे कहते थे कि आप आदमी चुनने में गलती करते हैं। अब लग रहा है कि वह ठीक कहते थे।
20 माह महागठबंधन की सरकार चला दी यह बहुत है
- नीतीश ने कहा कि लोग मुझसे कहते थे कि आपने आरजेडी के साथ गठबंधन कर लिया, कितने दिन चला पाएंगे। हमने 20 माह सरकार चला दी। यह बहुत है। इस दौरान क्या-क्या नहीं सहना पड़ा। परिस्थिति के सीएम, आधारहीन नेता और न जाने क्या कुछ नहीं लोगों ने कहा मुझे।
- वे मुझे मुख्यमंत्री बनाकर कृपा कर रहे थे। मैं किसी की कृपा के चलते मुख्यमंत्री नहीं बना था। आए दिन घटनाएं सामने आ रही थी। नीचे के स्तर तक फोन कर सरकारी काम को प्रभावित किया जा रहा था।
- नीतीश ने कहा कि लोग मुझसे कहते थे कि आपने आरजेडी के साथ गठबंधन कर लिया, कितने दिन चला पाएंगे। हमने 20 माह सरकार चला दी। यह बहुत है। इस दौरान क्या-क्या नहीं सहना पड़ा। परिस्थिति के सीएम, आधारहीन नेता और न जाने क्या कुछ नहीं लोगों ने कहा मुझे।
- वे मुझे मुख्यमंत्री बनाकर कृपा कर रहे थे। मैं किसी की कृपा के चलते मुख्यमंत्री नहीं बना था। आए दिन घटनाएं सामने आ रही थी। नीचे के स्तर तक फोन कर सरकारी काम को प्रभावित किया जा रहा था।
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