पिछले दो दिनों से लगातार विरोध - प्रदर्शन कर रहे विद्यार्थियों ने एसएससी का पेपर लीक होने का गंभीर आरोप लगाया है। इसको लेकर छात्रों की यह मांग है कि इस मामले में सीबीआई जांच होनी चाहिए। छात्रों द्वारा यह गंभीर आरोप है कि एसएससी द्वारा आयोजित सीजीएल 2017 के टियर 2 की परीक्षा के प्रश्न पत्र और अनसर की लीक हो गई थी।
छात्रों का कहना है कि एसएससी की परीक्षा में घोटाला किया जा रहा है। आपको बता दें कि कुछ वक्त पहले एसएससी परीक्षा में हेराफरी से जुड़ा एक स्क्रीन शॉट वायरल हो गया था जिसके बाद छात्र विरोध जताने के लिए एसएससी के लोधी रोड़ स्थित दफ्तर पहुंचने लगे।
कैसे शुरू हुआ बवाल?
बवाल शुरू हुआ 21 फरवरी के बाद. तब जब द्वारका के रहने वाले सचिन चौहान नाम के एक लड़के का स्क्रीनशॉट सोशल मीडिया पर शेयर हुआ और वायरल हो गया. ये स्क्रीनशॉट एसएससी के उस इंटरफेस का था, जिसमें बच्चे पेपर देते हैं. इसमें सचिन की फोटो, उसका सिग्नेचर दिख रहा था. पेपर था मैथ्स का. एक और चीज जो इसमें दिख रही थी वो था ऐनी डेस्क का लोगो. ये एक सॉफ्टवेयर है, जिससे कहीं दूर से बैठकर आपके कंप्यूटर को कंट्रोल किया जा सकता है. इससे ये तो साफ है कि इस एग्जाम में कई कंप्यूटर कहीं दूर से बैठकर कंट्रोल किए जा रहे थे.
छात्रों का कहना है कि सीबीआई इसमें निष्पक्ष तरीके से पूरी जांच करें और इसमें शामिल दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई होनी चाहिए। छात्रों का यह भी कहना है कि उन्हें नौकरी उनकी योग्यता पर मिलनी चाहिए न कि पैसों के आधार पर। छात्रों ने बुधवार के दिन एसएससी के खिलाफ जमकर विरोध प्रदर्शन करते हुए कहा था कि इसके लिए कई महीनों से लगातार मेहनत करते है और यह परीक्षा देते है। ऐसे में पेपर का लीक कर धाधंली बाजी करना सही नहीं है।
SSC पेपर लीक की घटना किसी भी छात्र के लिये बहुत ही दुखद है।
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