राजद अध्यक्ष लालू प्रसाद और पूर्व मुख्यमंत्री जीतनराम मांझी की सुरक्षा में कटौती को लेकर छिड़ी सियासत के बीच मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने सारगर्भित ट्वीट किया है। मंगलवार को अपने ट्वीट में मुख्यमंत्री ने बिना किसी का नाम लिए तंज कसा। कहा कि राज्य सरकार द्वारा जेड प्लस और एसएसजी की सुरक्षा मिली हुई है। इसके बावजूद केंद्र सरकार से एनएसजी और सीआरपीएफ के सैकड़ों सुरक्षाकर्मियों की उपलब्धता के जरिए लोगों पर रौब गांठने की मानसिकता, साहसी व्यक्तित्व का परिचायक है!
गौरतलब है कि सोमवार को लालू प्रसाद ने कहा था कि सुरक्षा कम करने के कारण यदि उनके साथ कोई अनहोनी होती है, तो सीएम और पीएम दोनों जिम्मेदार होंगे। इस ट्वीट पर चर्चा के दौरान मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने विधानसभा स्थित अपने कक्ष में पत्रकारों से कहा कि वह 12 साल से सीएम हैं, पर उनको आज तक जेड प्लस सुरक्षा नहीं है। उनकी सुरक्षा में सीआरपीएफ और एनएसजी भी नहीं है और न ही कभी इसकी तमन्ना की। कहा कि सुरक्षा में कटौती करना केन्द्र सरकार का मामला है। इससे उनका कोई लेना-देना नहीं है।
उन्होंने कहा कि जब वह विधायक थे, तो उनके पास कोई सिक्योरिटी नहीं थी। सांसद बने तो सिर्फ एक सुरक्षाकर्मी था। वहीं, एक समय सिर्फ उनको और लालू प्रसाद को विशेष सुरक्षा मुहैया कराने का नियम बना। मगर सुरक्षा मिली सिर्फ लालू जी को। उन्होंने तो कभी इसकी इच्छा भी जाहिर नहीं की। राज्य में तो सभी पूर्व मुख्यमंत्री को जेड प्लस की सुरक्षा है ही। सीआरपीएफ है, एसएसजी है। हालांकि मैं सीएम हूं, फिर भी जेड प्लस सुरक्षा नहीं है। सीएम ने कहा कि कोई अनहोनी होनी होगी तो कोई रोक सकता है क्या। पूर्व पीएम स्वर्गीय इंदिरा गांधी को तो उनके सुरक्षाकर्मी ने ही मार दिया था।
Advertisement |
No comments:
Post a Comment