बिना दहेज के विवाह करने की मुख्यमंत्री की पहल का असर होने है। रविवार को भोजपुर के सिकरहटा थाना क्षेत्र में दिखा असर।
बिना दहेज के विवाह करने की मुख्यमंत्री की पहल का असर होने है। रविवार को सिकरहटा थाना क्षेत्र में यह असर दिखा। सिकरहटा कला गांव स्थित शिव मंदिर में बिना दहेज का विवाह 1000 लोगों की उपस्थिति में हुआ। यह अलग बात है कि लड़का-लड़की दोनों प्रेमी-प्रेमिका थे। इसमें ग्रामीणों, पुलिस और जनप्रतिनिधियों का संयुक्त प्रयास काम कर गया।
रविवार को दोनों जोड़े के परिजनों को थाना पर बुलाया गया और विवाह करने का प्रस्ताव रखा गया। दोनों के परिजन मान गए और विवाह के बंधन में बंधे। बताया जाता है कि चतुर्भुजी बरांव गांव निवासी वकील साह की पुत्री की शादी सिकरहटा कला गांव निवासी पप्पु साह से हुई थी। आए दिन अपनी बहन से मिलने वकील साह का पुत्र प्रकाश जाता था। इसी बीच बहन की पड़ोसन शिवजी साह की पुत्री पूजा से उसे प्यार हो गया। दो दिन पहले प्रकाश साह पूजा को अपना घर दिखाने के लिए बरांव गांव ले गया था। जहां परिजनों ने विरोध किया। अंततः प्रकाश के भाई को पूजा को उसके घर सिकरहटा छोड़ने जाना पड़ा।
प्रकाश के भाई के सिकरहटा पहुंचने पर ग्रामीणों ने उसे घेर लिया और प्रकाश को बुलाने की मांग करने लगे। इस बीच पूजा की मां शारदा थाना पहुंच गई। फिर थानाध्यक्ष जनमेजय राय, मुखिया उर्मिला देवी, प्रकाश साह जदयू नेता अरुण प्रताप सिंह की पहल पर दोनों बालिग प्रेमी जोड़े बिना दहेज़ के शादी करा दी गई।
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