बॉलीवुड के बेस्ट कॉमिक एक्टर हैं आरा के विनय पाठक, भेजा-फ्राई फिल्म से बनाई पहचान - Arrah City | Arrah Bhojpur Bihar News

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बॉलीवुड के बेस्ट कॉमिक एक्टर हैं आरा के विनय पाठक, भेजा-फ्राई फिल्म से बनाई पहचान

बॉलीवुड के बेस्ट कॉमिक एक्टर हैं आरा के विनय पाठक, भेजा-फ्राई फिल्म से बनाई पहचान

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हिंदी सिनेमा और थिएटर में अपने अभिनय से करोड़ों दिलों में जगह बनाने वाले बिहार के कलाकारों में एक विनय पाठक का नाम भी शामिल है। आरा में जन्में और झारखण्ड में पले बढ़े विनय पाठक हिन्दी फ़िल्मों के एक जाने- माने अभिनेता हैं जिन्होंने हिन्दी फ़िल्मों तथा नाटकों में काम किया है।



उनको सिनेमा जगत में प्रसिद्धि फ़िल्म खोसला का घोसला में आसिफ़ इक़बाल की भूमिका से मिली। इसके बाद भेजा फ़्राई में भी उनके अभिनय को दर्शकों तथा निर्देशकों ने बहुत सराहा। इसके अलावा उन्होंने जॉनी गद्दार तथा खोया खोया चांद में भी अभिनय किया है।



एक अभिनेता के साथ ही विनय एक टेलीविजन प्रिजेंटर, फिल्म निर्माता और थियेटर कलाकार हैं। वे अपनी काॅमिक टाइमिंग की वजह से जाने जाते हैं। उन्होंने कई क्रिटिकली अक्लेम्ड फिल्मों में काम किया है जैसे खोसला का घोसला, भेजा फ्राई और जाॅनी गद्दार। उन्होंने ब्लाकबस्टर फिल्मों मे सर्पोटिंग रोल्स भी किए और अपनी अमित छाप छोड़ी जैसे फिल्म रब ने बना दी जोड़ी में।

पाठक ने अपनी स्कूली पढ़ाई विकास विद्यालय, रांची से की। वे 1982 बैच के अल्युमिनाई हैं। वे इलाहाबाद विश्वविद्यालय से स्नातक हुए और बाद में हायर स्टडीज के लिए यूनाइटेड स्टेट्स चले गए। उनकी शादी सोनिका सहाय से हुई है। उनकी दो लड़कियां हैं जिसमें से एक को उन्होंने एडाप्ट किया है।


विनय ने स्टोनी ब्रुक में स्टेट यूनिवर्सिटी आॅफ न्यूयार्क गए और कई नाटकों में काम किया है। उन्होंनें कई फिल्मों में छोटे रोल्स किए लेकिन वे फिल्म खोसला का घोसला में नोटिस किए गए। उसके बाद भेजा फ्राई में उनकी परफाॅर्मेंस को खूब वाहवाही मिली। 1999 में उन्होंने जी टीवी की पापुलर सीरीज हिप हिप हुर्ररे में विनीत सर, एक इंग्लिश टीचर, का महत्वपूर्ण किरदार निभाया। उन्होंने अपने दोस्त रनवीर शौरी के साथ चैनल वी के शो ओय की एंकरिंग की। इसके अलावा भी पाठक ने टीवी पर कई शोज किए। उन्होंने क्रिटिकली अक्लेम्ड फिल्म जाॅनी गद्दार और आजा नच ले मतें काम किया। सुधीर मिश्रा की फिल्म खोया खोया चांद में विनय के काम को काफी सराहा गया।
उनकी अगली फिल्म रात गई बात गई जिसे प्रीतिश नंदी कम्युनिकेशन ने प्रोड्यूस किया, ने 2009 के एचबीओ के न्यूयार्क साउथ एशियन इंटरनेशनल फिल्म फेस्टिवल में बेस्ट फिल्म का अवार्ड जीता। यह फिल्म भारत में दिसम्बर 2009 में रिलीज हुई। विनय पाठक की फिल्म चलो दिल्ली बाॅक्स आॅफिस पर नहीं चल पाई।
सुशील राजपाल द्वारा निर्देशित उनकी फिल्म अंतरद्वंद ने 2009 में सामाजिक मुद्दे पर की सर्वश्रेष्ठ फिल्म का नेशनल फिल्म अवार्ड जीता। पाठक ने फिल्म में महत्वपूर्ण रोल अदा किया।
एक अभिनेता के तौर पर उनकी प्रसिद्ध फिल्में हैं:
बांबे ब्वाॅयज, हम दिल दे चुके सनम, हर दिल जो प्यार करेगा, जिस्म, खोसला का घोसला, भेजा फ्राई, आजा नचले, जाॅनी गद्दार, मनोरमा सिक्स फीट अंडर, रब सने बना दी जोड़ी, दसविदानिया, ओह माई गाॅड, क्विक गन मुरूगन, रात गई बात गई, माय नेम इज खान, फैटसो, चलो दिल्ली, भेजा फ्राई 2, तेरे मेरे फेरे, पप्पू कांट डांस साला, बजाते रहो, बदलापुर।
विनय फिल्मों का चयन काफी सोच-समझ कर करते हैं। इस बारे में पूछे जाने पर उन्होंने कहा, 
“मुझे हमेशा गुणवत्ता में विश्वास है। जब मैंने कॅरियर शुरू किया तब मेरे हाथ में कुछ नहीं था, इसलिए मैंने पास आई सभी फिल्मों में काम किया, लेकिन ‘खोसला का घोसला’ को सराहना मिलने के साथ ही मुझे मेरे पसंद की फिल्में मिलीं।”

उन्होंने कहा, 
“वास्तव में उसके बाद से इंडी फिल्मों को मल्टीप्लेक्सों में व्यापक दर्शकों के लिए जगह मिलने लगीं।हालांकि, मुझे लगता है कि मुख्यधारा और इंडी सिनेमा के बदलते परिदृश्य के बारे में हम जो कहते हैं, वह कोई मायने नहीं रखता है.. असल में हमारे देश में इंडी सिनेमा अभी भी संघर्ष के चरण में है।”

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