भाद्रपद मास की शुक्ल पक्ष तृतीया तिथि को हरतालिका तीज मनाई जाएगी। महिलाएं पति की लंबी आयु, सौभाग्य प्राप्ति एवं मनोकामना पूर्ण होने के लिए व्रत रखेंगी।
इस व्रत को विधि-पूर्वक करने वालों की रक्षा स्वयं भगवान शिव करते हैं। इस व्रत को गौरी तृतीया भी कहते हैं। गुरुवार को हरतालिका तीज व्रत मनाया जाएगा। विनोद झा वैदिक ने कहा कि हस्त नक्षत्र और जय व रवि योग में तीज व्रत की पूजा होगी।
बुधवार 23 अगस्त को रात 9:40 बजे से 24 अगस्त गुरुवार को सुबह 9:16 बजे तक पूजा करने का शुभ संयोग है। 24 अगस्त तीज के दिन ही भगवान वराह का भी पूजन होगा। महिलाएं गुरुवार को व्रत रखकर शुक्रवार को उपवास खत्म करेंगी। 25 अगस्त को गणेश उत्सव प्रारंभ हो जाएगा।
इस दिन भगवान गणेश की विशेष पूजा-अर्चना करने का विधान है। पंडित दीपक ओझा ने कहा कि सौभाग्य स्त्रियों के लिए यह दिन खास है। इस दिन महिलाएं व्रत रखकर मां पार्वती के साथ भगवान शिव का विशेष पूजा-अर्चना कर पति की लंबी आयु के साथ खुशहाल जीवन की प्रार्थना करती है।
विनोद झा ने कहा कि यह व्रत भगवान शिव और माता पार्वती के पुनर्मिलन के उपलक्ष्य में भी व्रत रखा जाता है। इससे दंपत्ति के जीवन में सुख-शांति आती है।


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